नाटक एवं कविताएं >> सत श्री अकाल सत श्री अकालराजेश दीक्षित
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गुरुगोविन्द सिंह, गुरु नामदेव, गुरु तेगबहादुर, भगवान् महावीर तथा अभेद-भाव शीर्षक से कविताएं...
प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश
इस पुस्तक में पाँच कविताएं संकलित हैं। पहली कविता सिक्खों के दशम तथा अन्तिम गुरु गोविन्दसिंह जी से, दूसरी कविता प्रथम गुरु नानकदेव जी से तथा तीसरी कविता नवम गुरु तेगबहादुर जी से सम्बन्धित है। इन कविताओं में गुरुओं के जीवन की घटनाओं का उल्लेख करते हुए उनके उपदेशों का सार-संक्षेप में प्रस्तुत किया गया है। चौथी कविता जैनियों के चौबीसवें थीर्थंकर भगवान् महावीर स्वामी से सम्बन्धित है। तथा पाँचवी अभेद भाव शीर्षक रचना में सर्वधर्म समभाव पर प्रकाश डालते हुए धार्मिक अथवा साम्प्रदायिक सौहार्द्र को अपनाने पर बल दिया गया है...
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